STORYMIRROR

Usha Bhatia

Inspirational

4  

Usha Bhatia

Inspirational

महिला सशक्तिकरण

महिला सशक्तिकरण

1 min
411

क्यों मांगू महिला आरक्षण,

स्त्री हूँ, यह कहकर क्यों मांगू मैं सम्मान।

और मुझे स्त्री मानकर कहीं कम मत आंक लेना,

नहीं सह पाऊंगी मैं यह अपमान।

मैं हूँ सक्षम, मैं हूँ सशक्त,

मेरे व्यक्तित्व से है मेरी पहचान।


कर चुकी हूँ सिद्ध, मैं बार बार। 

नहीं हूँ बेबस, नहीं हूँ मैं लाचार।

कोई सहानुभूति, कोई दया की भीख,

हरगिज़ नहीं मुझे स्वीकार।


चुनौती कुछ भी मिले मुझे,

सामना करने को मैं तैयार।

और आज यह वादा भी है मेरा,

मेरी खूबसूरती नहीं बनेगी, कभी मेरा हथियार।

बस योग्यता के प्रमाण पत्र पर ही चाहूं, 

समानता का मैं अधिकार।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational