मेवा
मेवा
कुदरत का उसूल है
जो बीज डालोगे
वही फल पालोगे
कांटे बोने से खुद
उसकी चुभन से
खुद को कैसे बचा लोगे
नेकियों की राह ही भली है
करोगे सेवा तो मेवा पा लोगे।
कुदरत का उसूल है
जो बीज डालोगे
वही फल पालोगे
कांटे बोने से खुद
उसकी चुभन से
खुद को कैसे बचा लोगे
नेकियों की राह ही भली है
करोगे सेवा तो मेवा पा लोगे।