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Kishan Kaushik

Romance

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Kishan Kaushik

Romance

मेरी प्यारी तेरे बिन

मेरी प्यारी तेरे बिन

2 mins
180

दिल ये पागल कहता है

के दिन में तारे गिन,

जून की धूप ना जाने

कहता है सारे गिन।


ना नींद आती है रात को

ना कटते मेरे दिन,

सुन ये हालत होती है

मेरी प्यारी तेरे बिन।


मन भूला खुश होना

स्माइल भूले हम,

हर पल अजब सी

बेकरारी तेरे बिन।


सुन ये हालत होती है,

मेरी प्यारी तेरे बिन।


ना नहाना अच्छा लगता है

ना खाना अच्छा लगता है,

फीके लगें पकवान, ना भाये

तरकारी तेरे बिन।


सुन ये हालत होती है,

मेरी प्यारी तेरे बिन।


ना आये भाभी कोई

ना मिलती है ताई,

ना जाने क्यों सारी

घबरारी तेरे बिन।


सुन ये हालत होती है,

मेरी प्यारी तेरे बिन।


ना मिलती कमीज

ना मिलती है टाई,

खाली हो गई बिलकुल

अलमारी तेरे बिन।


सुन ये हालत होती है,

मेरी प्यारी तेरे बिन।


कभी मोबाइल भूले

कभी फाइल भूले हम,

ना होती ऑफिस जाने की

तैयारी तेरे बिन।


सुन ये हालत होती है,

मेरी प्यारी तेरे बिन।


ना घूमने की ख्वाहिश है

ना कोई फरमाईश है,

नहीं होनी चाहिए छुट्टी

सरकारी तेरे बिन।


सुन ये हालत होती है,

मेरी प्यारी तेरे बिन।


सिर भी दुखे तो बड़ी आफत हो

ना पानी, ना दवाई प्राप्त हो,

नहीं होनी चाहिए कोई

बीमारी तेरे बिन।


सुन ये हालत होती है,

मेरी प्यारी तेरे बिन।


और क्या बताऊं मैं

खाना ना पकाऊं मैं,

ना पड़ोसन करती हैं

उधारी तेरे बिन।


सुन ये हालत होती है,

मेरी प्यारी तेरे बिन।


कुछ ही दिन की जुदाई में

हम तो हो गए आधे,

कैसे जिये होंगे राधे

गिरधारी तेरे बिन।


सुन ये हालत होती है,

मेरी प्यारी तेरे बिन।


खुदा की खुदाई का

दर्द ये जुदाई का,

समझे कौन भला

बनवारी तेरे बिन।

कृष्ण-मुरारी तेरे बिन


एक पल भी है काटना,

बड़ा भारी तेरे बिन

और काटनी पड़ती है,

छुट्टी सारी तेरे बिन।


ढह जाएंगी दिल की,

चार-दिवारी तेरे बिन

नहीं लगती हमे कोई,

हमारी तेरे बिन

हाँ प्यारी तेरे बिन।


सुन ये हालत होती है,

मेरी प्यारी तेरे बिन।



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