मेरे संसार
मेरे संसार
माता पिता मेरे संसार
उनके बिना न पूरा मेरा कोई काम
संस्कारों से रूबरू कराया
जग में चलना उन्होंने सिखाया
हुआ जब उदास मैं
छोड़ दी हर आस मैंने
उन्होंने प्रेरणा का एक
चिराग जगाया
जब भी जहाँ भी गलत था मैं
नैतिकता का पाठ पढ़ाया
हर मुसीबत को आसान बनाया
जिंदगी में जीना सिखाया
मेरी नौका को पार लगाया
माता पिता मेरे संसार
खुश रहे वो सालों साल ॥