"मेरे प्यारे देशवासियों"
"मेरे प्यारे देशवासियों"
सदा सजग रहो
ये देश हमारे मातृभूमि
ये देश हमारे जन्मभूमि
हम सब उनकी अंश है
व हमारी मां है
व हमारी परिभाषा और
परिवेश है
उनकी रक्षा करना
उनकी सेवा करना
हमारे फर्ज बनता है
यही हमारे सबका
जीवन का पहला मकसद है
मेरे बहनों और भाइयों
सुनो सुनो मेरे प्यारे देशवासियों ।
जाति के नाम पर
धरम के नाम पर
न करो उसके बंटवारा
ये देश है जग मैं
सबसे प्यारा
ये देश है सबसे नयारा
भ्रातृभाव बढ़ा कर
जीना चाहिए हम सब
अपने अपने हमारे जीवन
देश की सिवा हमारे
जीवन है मूल्यहीन
देश की भलाई के लिए
हम सब मिल जुल कर
करना चाहिए चिन्तन
हर किसी की भलाई के लिए
सुख शान्ति से जीने के लिए
कोशीश करना चाहिए
मेरे बहनों और भाइयों
सुनो सुनो मेरे प्यारे देशवासियों ।
हर किसी को सोचना चाहिए
देश की हित
देश की छात्र, कृषक, श्रमिक,
नेता और कर्मचारियों
देश की प्रगति और विकास
के लिए होना चाहिए चिन्तित
ये देश की सम्विधान,
ये देश की त्रिरन्गा पताका
ये देश की कानुन को
हर कोई करने चाहिए सम्मान
ये देश है हमारे माता
ये देश है हमारे
नाम और निशान
उसकी रक्षा, उसकी एकता
हमारे है पहचान
जाति के नाम पे
धरम के नाम पे
उनकी न करो
टुकड़े टुकड़े
उनकी एकता अखंडता
रक्षा करना हम सब का
पहला काम है
मेरे बहनों और भाइयों
सुनो सुनो मेरे प्यारे देशवासियों ।
हर नागरिक को सम्मान देना
शिक्षा, स्वास्थ्य
और हर क्षेत्र मैं हमें
आगे बढ़ना हमारे
सबका जीवन की
मकसद होना चाहिए
मातृभूमि के लिए यही मेरा
सबको मांग है
मेरे बहनों और भाइयों
सुनो सुनो मेरे प्यारे देशवासियों ।
जान को करके कुर्बान
मातृभूमि की रखो सम्मान
वही हमारे देश,
वही हमारे परिवेश
उनकी ज्ञान,बिज्ञान की
बिकास के लिए
रखना चाहिए ध्यान
देश की अर्थव्यवस्था,
सामाजिक, न्यायिक तथा
राजनैतिक व्यवस्था को
करना चाहिए मजबूत
मजबूरी, बेरोजगारी, भूखमरी,
ग़रीबी और भ्रष्टाचार को
मिटाकर एक
स्बस्थ भारत
देश बनाना हम सबका
जिन्दगी का पहला
मकसद बनना चाहिए
मेरे बहनों और भाइयों
सुनो सुनो मेरे प्यारे देशवासियों ।