मेरे पापा मेरी शादी मैं करुँगी
मेरे पापा मेरी शादी मैं करुँगी
मेरे पापा मेरी शादी मैं करुँगी
जैसे कोई लड़का अपने पैर पर
खड़ा हो अपना भाग्य चुनता
अपना जीवन के रंग बुनता
अपने घर में संस्कार मैं भरुगीं
मेरे पापा मेरी शादी मैं करुँगी
पहले मैं इम्तहान दे लूँ
परिवार को खुशियां तमाम दे लूँ
जीवन के हर खुशियो को अपने दम
दूर करूं मैं चेहरे से सबका गम
कभी ना मैं गम के अंधकार से डरूंगी
मेरे पापा मेरी शादी मैं करुँगी
मेरे लड़की होने का मलाल ना हो कोई
मेरे जीवन संवारने का दलाल ना हो कोई
मैं नारी हूं ना हारी हूं युगों से अभी तक
युगों से सबका जीवन संवारी हूं अभी तक
अपने संग सबके सपने साकार मैं करुँगी
मेरे पापा मेरी शादी मैं करुँगी
ममतामयी वात्सल्या जीवन दायनी रुप
साथ ले चलूंगी हर कठिनाई को कर चुप
जीवन बनाऊँगी सबका चमन रूप
सत्य अहिंसा फूले जहां सुहानी धूप
हर मन के दुराव को एकाकार मैं करूंगी
मेरे पापा मेरी शादी मैं करुँगी!