मेरा शहर
मेरा शहर
400 सालों पुराना मेरा शहर
छत्तीसगढ़ का दूसरा बड़ा शहर
बिलासा नाम इसका पुराना
(मत्स्य देवी के नाम पर) मंदिर,
मूर्तियों का खजाना
एक तरफ बहती अरपा की धारा
आसपास के गांव ओषधियों का खजाना
एशिया का सबसे बड़ा उच्च न्यायालय
सबसे बड़ा बिजली संयंत्र सीपत यहां
बस,ट्रेन, हवाई जहाजों की सुविधा
लघु उघोगों ने दिया रोजगार बढ़ावा
चाम्पा का कोसा विदेशों मे है जाता
कोयले की खदान से राज्य को जानाजाता
देवी रतनपुर का मंदिर इतिहास बताता
कानन पेंडारी जू बच्चों को भाता
सिक्कों की माला, कौड़ियों के आभूषण
चटक लाल ,हरी साड़ी यहां का पहनावा
लोक संस्कृति को राउत नाचा है दर्शाता
ए दादा, ए बाबा, भौजी, नौनी
शब्दों से मिठास में स्वागत हो जाता
बासमती चावल, गेहूं सबको भाता
ठेठरी, खुरमी, फराह, अनरसा का स्वाद
पर्यटको को लुभाता
आधुनिक मॉल, होटलों की सुविधा
सबके मन को राहत दे जाता
ऐसा मेरा शहर बिलासपुर।