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Ekta Sharma

Abstract

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Ekta Sharma

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मेरा देश

मेरा देश

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मेरे देश की शान निराली है,

यहां हर शाम नही दीवाली है !


हमारी संस्कृति जहां मे सबसे प्यारी है,

हमारी सभ्यता सबसे सुंदर और प्यारी है !


यहां खेत खलिहान लहलहाते हैं,

तिरंगा हम नित यहां फहराते हैं !


मेरा देश ही मेरी शान है

सच कहूं तो मेरा अभिमान है !


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