मेला
मेला
चलो मेला चलें, चलो मेला चलें।
मैया नर्मदा के दर्शन करें।।
चलों----------
कातक की पूनों खों लगो है मेला।
देखो बैल गाड़िन को ठेलमठेला।।
चलों----------
मैया नर्मदा के करिहें स्नान।
साधु और संतो से लै ले हैं ज्ञान।।
चलों----------
कक्का और काकी तो,
हो गए तैयार।
उन है की बग्गी में,
बन जेहें चार चलों।
चलों-----------
मौड़ा-मौड़ियों को,
सब रखियों ध्यान।
दाल वाटियों को ,
धर लो सामान।
चलो-------------
बड़े ही रसीले बने हैं पकवान।
मोदी जवाहर की लगी है दुकान।।
चलो-------------
मैया की मन से सब,
कर लो भक्ति।
जीवन जीवें की,
वे देहें शक्ति।।
चलों------------
बम्बुलिये गांव,
मिल बम्बुलियें गांव।
माता नर्मदा को,
खूवै मनाव।।
चलों------------
बड़े-बड़े ऊंचे-ऊंचे झूला लगे।
मंदिर के झण्डा सुहाने लगे।।
चलों------------
खेल खिलौनों की,
लगी हैं दुकान।
दद्दा चला रओं ,
जा पान की दुकान।।
चलों मेला चलें,
चलों मेला चलें।
मैया नर्मदा के दर्शन करें।।
