मौत
मौत
मुझे मृत्यु से डर नहीं
आना हो तो
जल्दी आओ,
और जितना बचा हूं
उतना ले जाओ,
पर मौत भी कभी-कभी
जल्दी नहीं आती
नींद की तरह,
और रात
आंखों में कटती है
कांच की तरह।
मुझे मृत्यु से डर नहीं
आना हो तो
जल्दी आओ,
और जितना बचा हूं
उतना ले जाओ,
पर मौत भी कभी-कभी
जल्दी नहीं आती
नींद की तरह,
और रात
आंखों में कटती है
कांच की तरह।