मौसम की बातें...
मौसम की बातें...
हर मौसम में प्यार मोहब्बत
की आपस में बातें होती है।
हर मौसम में मोहब्बत निभाने
कि कसमें खाई जाती है।
और चलता है दौर आपस में
मेल मिलाप करने का।
पर होती है दिल को पीड़ा
इस सावन के महीने में।।
चारों ओर हरियाली
कितनी छाई रहती है।
मंद मंद हवाओं के साथ
हल्की बारिश होती है।
जिससे बदन सुकड़ा सा
और गरम हो जाता है।
जो दिल की गहराइयों में
लम्बी आह भर देता है।।
गर्म हुए बदन पर जब
ठंडी बारिश की बूंदें गिरती है।
तो अंदर से एक आवाज
छन सी आती है।
जो दिल दिमाग को
शून्य करके बेचैन कर देती है।
और सीने की धड़कनों को
और तेज कर देती है।।
आँखें होंठ और दिल भी
अपनी कहानी कहते है।
और तन मन सब कुछ
तड़पकर सुस्त होने लगता है।
न कुछ खाया पिया जाता है
न ही बिना उनके जिया जाता है।
दिल में लगी है जो आग
उससे सिसकियां भर रहा है।
और ये सब कुछ सावन के
महीने में ही क्यों होता है।।