STORYMIRROR

Alpana Dubey

Abstract

3  

Alpana Dubey

Abstract

मैया

मैया

1 min
196

 कपाल खोल दे मेरी माई

 आया तेरा लाल मेरी माई

 भूखा हूं मैया खाना खिला

 मैया अपना निवाला खिला l


त्याग कर मुझे दूर ना भगा

त्याग कर क्रोध गले से लगा

बरसा अपनी ममता मुझ पर

बरसा अपनी दया मुझ पर l


 अनुचित किया कुछ भी नहीं

 गुस्ताखी मेरी कुछ भी नहीं

 विश्वास रख मुझ पर मैया

 झुकने ना दूंगा तुझे ओ मैया l


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract