Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer
Become a PUBLISHED AUTHOR at just 1999/- INR!! Limited Period Offer

Anuradha अवनि✍️✨

Inspirational

4  

Anuradha अवनि✍️✨

Inspirational

मैं तूफान समझ पाऊंगा

मैं तूफान समझ पाऊंगा

1 min
628


 

आने दो राहों में मेरे

कंटक शूलों को सनने ,

पथ का अडिग बटोही हूं ,

कदापि नहीं घबराऊंगा

मैं तूफान समझ पाऊंगा।।


पवन भले विपरीत हमेशा

लेकर चले दंभ विनाश का ,

सही दिशा में बहने से,

कदापि नहीं कतराऊंगा

मैं तूफान समझ पाऊंगा।।


तोड़ी, आशा की लतिकाएं

नोच खसोट कुसुम कलिकाएं

उनमें साहस भरने से ,

कर्तव्य विमुख न हो पाऊंगा

मैं तूफान समझ पाऊंगा ।।

 

गंध भले आए हताश की

कमी नहीं होगी आश की,

वीरों ने ही प्राण तजे हैं,

कायर नहीं कहलाऊंगा

मैं तूफान समझ पाऊंगा।।




Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational