मैं मुसलमान हूँ
मैं मुसलमान हूँ
मैं मुसलमान हूँ इसका मुझे गर्व है
मैं अहले ईमान हूँ इसका मुझे गर्व है
मुझे शक के निगाहो से देखने वालो
मैं भी इस देश की जान हूँ इसका मुझे गर्व है
भारत की आज़ादी में मैंने भी खून बहाया था
विर संग्रामियों की तरह गोली सीने पे खाया था
खून से लथपथ था फिर भी देश का ध्वजा लहराया था
जब साँसें साथ छोड़ गई तो तिरगे में लिपटा घर आया था
इसी मिटटी में दफ़न हूआ तब जाके सुकून पाया था
ये धरती मेरी मादरे वतन है मेरे पुरखो ने सिखाया था
इस पे कोई आंख उठा दे तो नारे तदबीर कहके नोच लूंगा
नापाक कदम किसी ने भी उठाई तो जमीदोज करके दम लूंगा
डरता नहीं तुम्हारी बेबुनियादी बातो से
कुछ भी करलो तुम छीन नहीं सकते संविधान मेरे हाथो से
मेरी भी भागीदारी से देश मेरा महान होगा
विविधतायो में एकता यही हमारे देश का पहचान होगा
मैं मुसलमान हूँ इसका मुझे गर्व है
मैं अहले ईमान हूँ इसका मुझे गर्व है
मुझे शक की निगाहो से देखने वालों
मैं भी इस देश की जान हूँ इसका मुझे गर्व है।
