मैं क्यों लिखता हूँ?
मैं क्यों लिखता हूँ?
मैं क्यों लिखता हूँ ?
या मै लिखता हूँ
इसलिए
कि मैं कवि हूँ ! या
अंधरे में डूबा
रवि हूँ ! या
राह दिखाने वाला
अजनबी हूँ ! या
इस समाज की
ही छिपी कमी हूँ !
क्या ? रुकूँ मैं
नहीं
तो फिर
मैं लिखता रहूँगा
जब तक समाज
जूझता रहेगा उनसे
जो उसे
अपाहिज
बनाते है !
