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Shivam Sharma Gumnam

Romance

5.0  

Shivam Sharma Gumnam

Romance

मैं कहीं बेवफा न हो जाऊँ

मैं कहीं बेवफा न हो जाऊँ

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दर्द ए दिल की दवा न हो जाऊँ

उम्र भर की सज़ा न हो जाऊँ।


इतना मत आइए मेरे नज़दीक़,

मैं कहीं आप का न हो जाऊँ।


तुम से मिलने में एक डर है यही,

के मिलूँ फिर जुदा न हो जाऊँ।


इस लिए मैं गुनाह करता हूँ,

मुझ को डर है ख़ुदा न हो जाऊँ।


इस क़दर भी न रह खफ़ा मुझसे,

के मैं तुझ से खफ़ा न हो जाऊँ।


तुम ही तोहमत ये अपने सर ले लो,

मैं कहीं बेवफ़ा न हो जाऊँ।


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