STORYMIRROR

Adithi Banerjee Tarafdar

Romance

4  

Adithi Banerjee Tarafdar

Romance

मैं अपने लिए काफी हूँ

मैं अपने लिए काफी हूँ

1 min
416

मैं अपने लिए काफी हूँँ

ना ढूँढती हूँँ प्यार तुम मे

ना तुम पर आश्रित हूँ

मैं अपने लिए काफी हूँँ


मैं अपने लिए काफी हूँँ

ना मैं आश्रित हूँँ ना मैं निराश्रित

खुद से सीख लिया है करना प्यार मैंने

क्योंकि खुद के लिए मैं काफी हूँ


ना तुम से कोई उम्मीद है मुझे

ना तुम से कोई शिकायत

संवार दिया है तुम ने मुझे

सीखा दिया है प्यार


सारी चाहतें अब मेरे लिए

सारे जज़्बात अब मेरे लिए

अब गिरते नहीं है एक भी आंसू

और ना है वह ना उम्मीदें


गैर जरूरी इच्छाओं को कफन देना

सीख लिया है मैंने

जाओ अब आज़ाद हो मुझसे

मेरे जज़्बातों से भी तुम


सिखा दिया है तुम ने

मुझे प्यार कर ना

अब खुद ही से खुद।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance