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CA. Himanshu mehta

Tragedy

4.9  

CA. Himanshu mehta

Tragedy

माफ़ करना

माफ़ करना

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तेरी अस्मत तक पहुंचे हाथ दरिंदों के

जलने के बाद बाकी तेरा कोई कतरा नहीं 

माफ़ करना अभी मेरा घर बहुत दूर है

इस तूफान से अभी मुझे खतरा नहीं 


मैं क्यों बोलू कुछ अभी जब मेरे यहां कुछ हुआ ही नहीं 

अभी सलामत है मेरे घर की इज्जत किसी ने छुआ ही नहीं

तुझे मारा गया, तुझे सताया गया, ये तेरी बदनसीबी है 

हमे क्या करना, हमारा क्या गया, कौन सी तू हमारे करीबी है

माफ़ करना अभी मेरा घर बहुत दूर है

इस तूफान से अभी मुझे खतरा नहीं 


इज्जत भी गई, जान भी गई, बीच रास्ते पर वो जलाई गई 

तस्दीक भी हुई, तफ्तीश भी हुई, अदालत भी बुलाई गई

पुलिस लगी है ल

िखने में मुकदमे,

अदालत तारीख देने में ,नेता सियासत में

इस तरह वो मरने के बाद भी कई बार किस्तो में जलाई गई 

ये अब शहर मर गया है यहा कतल ए आम पर कोई ख़तरा नहीं 

माफ़ करना अभी मेरा घर बहुत दूर है

इस तूफान से अभी मुझे खतरा नहीं 


तू कोई नेता नहीं जो तेरी मौत पर कोई शोक करे 

तू कोई महंगाई का मुद्दा भी नहीं जो पहिए पर रोक करे

ना तू कोई संविधान पे ख़तरा जो लोकतंत्र की पुकार करे

तुझसे तो कोई मतलब भी नहीं कि इंसाफ की गुहार करे 

एक लड़की ही तो मरी है बाकी ऐसा कोई बड़ा ख़तरा नहीं

माफ़ करना अभी मेरा घर बहुत दूर है

इस तूफान से अभी मुझे खतरा नहीं।


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