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Neerja Sharma

Abstract

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Neerja Sharma

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मानवता

मानवता

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सही अर्थ , सही कर्म से

गर मानव सब काम करे 

तो मानवता जिंदा है।


सही भाव, सही प्रयास,

गर मानव मन उपजा करे 

तो मानवता जिंदा है।


न कोई बैर, न को बैरी 

गर मानव प्रेम से रहे

तो मानवता जिंदा है।


न स्वार्थ , न ईर्ष्या

गर मानव सम भाव रहे

तो मानवता जिंदा है।


न कुछ तेरा, न कुछ मेरा 

गर मानव सच्ची सेवा करे

तो मानवता जिंदा है।


न कोई उँच, न कोई नीच

गर मानव इनके बीच रहे

तो मानवता जिंदा है।


न कोई धर्म, न कोई जाति 

गर मानव इँसान रहे 

तो मानवता जिंदा है।


मानव का मानवता से नाता 

गर मानव बनाए रहे

तो मानवता जिंदा है।


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