माँ
माँ
माँ कौन है !
वह जो अपने
बच्चों पर स्नेह
बरसाती है
या वह जो
अपने बच्चों को
कोसती जाती है
या वह जो
अनंत विदूूषी
बनकर संसार में
जगमगाती है
या वह जो
कष्टटहारिणी के
रूप में उभरकर
सामने आती है
विचार मेरा
कुछ ऐसा है
कि जिसमें
ना कोई ऐसा है और
ना कोई वैसा है
स्वरूप माता का
शब्द विश्लषण से परे है
चयन उसका
सर्वहितकारी है
तभी तो माता
अनंत परोपकारी है।
