माँ सरस्वती
माँ सरस्वती


माँ सरस्वती हम सबके जीवन में उल्लास भरे
संयम सत्य स्नेह का आपसे हमें वरदान मिले
बसंत पंचमी में हर द्वार पर रंगोली के रंग सजे
जब उड़े पतंग आसमान में अपनों का संग मिले
करो उपकार हम पर हमें विद्या का दान मिले
मन और वाणी से शुभ होने का आशीर्वाद मिले
माँ विराजे द्वार हमारे हमें ख़ुशियाँ अपार मिले
हमारी लेखनी को आज नया एक संसार मिले
हम सब आपके चरणों में नवाते शीष चले
स्वर की देवी हमें आपसे हमेशा आशीष मिले
न हो गिले शिकवे सिर्फ जीवन में प्यार पले
हे माँ हमको बुद्धि बल ज्ञान का भंडार मिले
पढ़ लिख बने विद्वान मन में ज्ञान दीप जले
आगे बढ़े कदम नित समाज में सम्मान मिले
कलम सृजन जब करें लक्ष्य के साथ हम चले
शब्द सृजन जब करें ज्ञान शुद्धता का मिले
माँ सरस्वती हम सबके जीवन में उल्लास भरे
संयम सत्य स्नेह का आपसे हमें वरदान मिले