STORYMIRROR

अक्षरश : हिंदी साहित्य Dg

Abstract Inspirational Others

3  

अक्षरश : हिंदी साहित्य Dg

Abstract Inspirational Others

माँ शारदे (वंदन)

माँ शारदे (वंदन)

1 min
147

हे शारदे माँ, हे शारदे माँ

श्वेत हँस विराजत,

कमल जिसके साजत,

वो वसुधा वाग्देवी,

श्वेत वसनों से सज्जित,

माँ शारदे है, माँ शारदे है

हे शारदे माँ, हे शारदे माँ


मुक्ति की देवी,

चेतना की वाहक,

करुणा की तू तो है प्रति मूरत,

माँ शारदे है, माँ शारदे है

हे शारदे माँ, हे शारदे माँ



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract