लव
लव
तुझसे कोई प्यार करे,
या तुझसे कोई गुस्सा,
मेरे दिल की धड़कन में,
है न कोई तुझ-सा।
हर पल तेरी यादें आएँ,
हर पल आए प्यार,
ना जाने क्यों ऐसा लगता,
तुम कैसा प्यार।
कैसे मैं समझाऊँ,
इस पागल दिल को,
जो ना जाने क्यों रोता है,
तुम बिन रहकर पल-पल।
याद-याद कर दिल ने,
कर दिया है ऐसा हाल ,
होता नहीं है दिन,
रात है बेहाल।
अब तो बस एक तमन्ना दिल की,
तू मिल जाए जल्दी,
सावन के इस मौसम में,
लग जाए मेहंदी और हल्दी।
तुझसे कोई प्यार करे,
या तुझसे कोई गुस्सा,
मेरे दिल की धड़कन में,
है न कोई तुझ-सा।