लोक अदालत
लोक अदालत
अभी अभी आफिस से आया था
वास्ते कमर सीधा करने
सोफे पर पैर फैलाया था
वाट्सअप की घंटी टन बजी
सोचा गुड मॉर्निंग, गुड इवनिंग का
यूं ही कोई मैसेज होगा
या कविता कहानी का कोई पैसेज होगा
थका हारा था, इग्नोर किया
फिर से घंटी टन बजी
लेटे लेटे मैसेज पढ़ा
लोकसभा प्रश्नोत्तरी था
दर्जनों मर्डर कर संसद में बैठे नेता
मारपीट गाली गलौज का डाटा
रिटर्न फैक्स से मांगा था
चाय बिस्कुट टेबल पड़ी
दौड़ते दौड़ते फिर आफिस आया
एक हाथ आलमारी में
एक हाथ कम्प्यूटर माउस पर पाया
इतने में श्रीमती जी का मैसेज आया
भले ही साग सब्जी मत लाना
पर बबुआ का रबर पेंसिल लेते आना
और हां,
आपका लाडला बदमाशी में नंबर वन आया है
प्रिंसिपल ने कल दस बजे आपको स्कूल बुलाया है
और अहले सुबह
एक पैर आफिस में
तो एक पैर स्कूल में पाया
आज फिर गांव से मां का फ़ोन आया है
बेटा बहुत दिन हो गए तुम्हें देखे हुए
इ एल, सी एल तो तुम्हें मिलता नहीं
इस सेकेंड सटर्डे या सन्डे ही घर आ जाना
कुछ दिनों से खांसी हो रही है
पता नही आगे क्या होगा
गांव आते वक्त
एक कफ सिरप लेते आना
एक अनचाही चिंता
हर वक़्त सताए जा रहा है,
पता नहीं अगला लोक अदालत
किस शनिवार बुलाया जा रहा है
कल पूछुंगा अपने अफसरानों से
इजाज़त हो तो कल मां को देख आऊं
या इस सन्डे भी
जेल अदालत का भी कोई शेड्यूल आया है l