लिखने की वह पहली शुरुआत
लिखने की वह पहली शुरुआत
लिखने की वह पहली शुरुआत,
लिखूं तो लिखूं क्या आज,
लिखने के लिए लगा दी आधी रात,
बता दो कोई लिखने का राज,
जीवन मे जो घटित हो रही लिख दूँ वो ही बात,
पढने के लिए बैठ जाएगा पूरा समाज,
लिखने की मेरी पहली शुरुआत,
इसको बना दूँ शौक अपना आज ||
