क्या मुझे प्यार है?
क्या मुझे प्यार है?
पहली नजर में तुम मेरी पलकों मैं समा गए,
जाने क्यों तुम खुदको मेरी सांसों में बसा गए?
चलो माना आपकी एक झलक के लिए हम बेकरार है,
लेकिन कहने के लिए शायद ये दोस्ती शायद प्यार है।
तुम्हारी ये हसीन जुल्फे ना जाने कितनी बार याद आती है,
लेकिन जब भी याद आती है, दुनिया भुला जाति है,
तुम्हारी तारीफ में मेरे अल्फाज कम पड रहे है,
और तुम्हारी सोच मैं मेरा दिल और दिमाग आपस मै लड रहे है।
कितना हसीन था वो दिन, थी वो शाम भी मस्तानी,
जब लड़ाई में दिल जीता और दिमाग ने उसकी मानी,
सुन्नी है अब दिल की और सोचना दिमाग से,
क्या अब शुरू किए जाए तेरे मेरे किस्से ?
किस्से का पहला पन्ना होगा तेरे जैसा हसीन,
एक दूजे के बिना हम अधूरे जैसे मिठाई और नमकीन,
दूसरे पन्ने पर है खट्टी मीठी नोक झोंक,
मगर अगले पन्ने कहे इन्हे यही रोक !
हमारी कहानी के ये पन्ने हमेशा भरते रहे,
मैं तेरे संग तू मेरे संग यूंही हस्ती मुस्कुराती रहे,
तेरे संग रहू हमेशा बस यही दिल कहे,
तेरा साथ हो हमेशा चाहे हो लोग पुराने चाहे नए।
मेरी जिंदगी का हिस्सा नही जिंदगी बन गए हो तुम,
तू साथ है फिर भी तेरे खयालो मैं हूं गुम सुम,
मेरा दिल मुझसे पूछता है इसका परिणाम क्या है ?
बस हस्ते हुए इसका एक ही जवाब है:
मेरे यार ये दोस्ती नही यही प्यार है !’

