कुण्डलिया : "अग्रसेन महाराज"
कुण्डलिया : "अग्रसेन महाराज"
समतावादी न्यायप्रिय, अग्रसेन महाराज।
खुशहाली चहुँओर थी, न्यारा था वो राज।
न्यारा था वो राज, सभी सुख से रहते थे।
मानवता का मान, सभा में वो करते थे।
कहे 'भारती' राज, घणा था वो सत्यवादी।
समाजवादी सोच, ताज था समतावादी।