कुछ रंग ज़िन्दगी के ऐसे भी
कुछ रंग ज़िन्दगी के ऐसे भी
यूँ सरल सुगम खुशनुमा सी ज़िन्दगी,
बहती हवा में खुशबू सी ज़िन्दगी।
ख्वाबों में महलों की तरह ज़िन्दगी,
आसमान में इंद्रधनुष की तरह ज़िन्दगी।
सितारों के बीच चंदा सी ज़िन्दगी,
फूलों के बीच गुलाबों सी ज़िन्दगी।
नदिया के बहते बहाव सी ज़िन्दगी
पर्वत के जैसे ठहराव सी ज़िन्दगी।
पक्षियों की ऊँची उड़ान सी ज़िन्दगी
सागर की जितनी गहरायी सी ज़िन्दगी।
पृथ्वी की तरह चलती जाती है ज़िन्दगी,
सूरज की तरह तपती जाती है ज़िन्दगी।
रेगिस्तान के जैसी वीरानी है ज़िन्दगी
बागों के जैसी हरियाली है ज़िन्दगी।
मासूम बच्चे के मुस्कान सी ज़िन्दगी,
एक बेवा के आंसुओं सी ज़िन्दगी।
अमावस के अंधेरे सी काली स्याह ज़िन्दगी,
पूनम की चांदनी सी दमकती हुई ज़िन्दगी।
सावन में बरसती बरखा सी ज़िन्दगी,
पतझड़ में बिखरती पत्तों सी ज़िन्दगी।
शिशिर में ठंड से ठिठुरती ज़िन्दगी,
जेठ में गर्म थपेड़ों से जूझती ज़िन्दगी।
दीवाली में जलते दियों सी ज़िन्दगी,
होली में बिखरते रंगों सी ज़िन्दगी।
कई रंग हैं दुनिया में हर रंग सी ज़िन्दगी,
कभी धूप कभी छांव खूबसूरत है ज़िन्दगी।
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