कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है
कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है
जिजीविषा हो जीवन में कुछ पाने की
तो मनुज को कष्ट उठाना पड़ता है।
अपनाया हो गर मार्ग सत्य का
तो जीवन में कष्ट सहना पड़ता है।
जिस पत्थर ने सही चोट हथौड़े की
उसे ही दर्जा ईश्वर का मिलता है।
बनने के लिए मर्यादा पुरुषोत्तम राम
छोड़ महल वन - वन भटकना पड़ता है।
होना हो प्रभु ईसा मसीह तो
जीवित ही सूली पे चढ़ना पड़ता है।
कितने दृष्टांत गिनाऊं मैं तुमको
भरे परे है इतिहासों के पन्ने इन सब से
जीवन में कुछ पाने के लिए
कुछ खोना पड़ता है।
अपनाया हो गर मार्ग सत्य का
जीवन में कष्ट सहना पड़ता है।