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Rashmi Singhal

Inspirational

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Rashmi Singhal

Inspirational

कुछ इत तरह जन्म दिन मनाएँ

कुछ इत तरह जन्म दिन मनाएँ

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कुछ इस तरह से चलो, 

जन्मदिन मनाएँ,

छोड़ कर नईं रितियाँ 

पुरानी को अपनाएं,


काट कर न केक, मिठाई 

बाँटकर के खाएँ,

बुझा कर न मोमबत्ती, चलो, 

दीपक जलाएँ,

छोड़ कर महंगी पार्टीयाँ,

कुछ दान-पुण्य कर आएँ,


मुँह पर केक नहीं, माथे पर 

तिलक लगाएँ,

उपहार से कहीं ज्यादा सबके,

आशीर्वाद पाएँ,

अंग्रेजी गीत नहीं,

देसी भाषा का सुर गाएँ,


अंधेरे में नहीं, दिन के उजाले में

जन्म का दिन मनाएँ,

छोड़ कर होटल का खाना, किसी,

भूखे को रोटी खिलाएँ,

छोड़ कर पश्चिमी सभ्यता,पुनः

भारतीयता को लाएँ,


बढ़ती उम्र की खुशी में,चलो

एक पौधा उगाएँ,

हमारे बाद भी, रहे हम जिन्दा

काम कुछ ऐसा कर जाएँ,

चलो इस बार, कुछ इस 

तरह जन्मदिन मनाएँ।


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