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Sachin Gupta

Inspirational

4  

Sachin Gupta

Inspirational

कर प्रहार

कर प्रहार

2 mins
320



कर प्रहार - कर प्रहार - कर प्रहार,

ऐ वीर, तू कर प्रहार

तू रूक मत, तू सोच मत,

बस ,कर प्रहार - कर प्रहार - कर प्रहार ।


भेद दे सत्य से असत्य को,

हाँ सत्य से असत्य को,

हाँ सत्य से असत्य को,

फिर असत्य को तू

कर परास्त - कर परास्त - कर परास्त ।


ऐ वीर

तू रुक मत , तू सोच मत ,

बस कर प्रहार - कर प्रहार - कर प्रहार ।


भेद कर सत्य से असत्य को,

हाँ सत्य से असत्य को,

हाँ सत्य से असत्य को,

सत्य को पुनः तू

कर जवां - कर जवां - कर जवां ।


जाग अब नींद से,

उठा शस्त्र - उठा शस्त्र - उठा शस्त्र ।  

देख मच रहा हहाकार है ,

चारों ओर गूँजती चित्तकार है ,

लाशें ही लाशें चारों ओर है

तिरंगा बना कफन है

ऐसे में क्यूँ कोई मौन है ,

विलाप हीं विलाप हर ओर है

चारों ओर कैसी मची ये ललकार है

खामोशीयों को तोड़ती कैसी ये काली रात है

धिक्कार है धिक्कार है तुझे धिक्कार है |


जाग अब नींद से,

उठा शस्त्र - उठा शस्त्र - उठा शस्त्र

कर प्रहार - कर प्रहार - कर प्रहार |

 

माना की लहू से होती जय -जयकार है

फिर लहू तेरा क्यों खामोश है

क्यूँ नहीं आया अब भी तुझमे उबाल है

किस बात का तू जवान है

जाग रे , जाग रे ,अब तू जाग रे

बस , कर प्रहार - कर प्रहार - कर प्रहार |

 

देख धरती हमारी अब

तड़प रही - तड़प रही – तड़प रही ।

वादियॉ यहॉ की अब ,

कॉप रही - कॉप रही - कॉप रही ।

हो लहूलुहान मेरी भारत मॉ,

बचाव - बचाव,

पुकार रही - पुकार रही, पुकार रही ।


असत्यता बिखरी है अब, बन आग के अंगारो मे,

पा अनीति का साथ ,

धदक रही - धदक रही - धदक रही ।

सुन आवाज, ऐ वीर , तू सुन आवाज

लग रहा फिर से गुलामी की वो बेडियॉ,

खनक रही - खनक रही - खनक रही ।


दिल मेरा, कॉप रहा - कॉप रहा - कॉप रहा,

देखो बच्चा कोई मासूम ,

रो रहा - रो रहा - रो रहा,

मॉ-मॉ पुकार रहा - पुकार रहा ।


सुन कर ये करूण स्वर,

अब तू, कर प्रहार - कर प्रहार - कर प्रहार ।

भेद दे सत्य से असत्य को, हाँ सत्य से असत्य को

कर सत्य को,

फिर जवां - फिर जवां - फिर जवां,

कर प्रहार - कर प्रहार - कर प्रहार ।


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