कोशिश- एक प्रयत्न
कोशिश- एक प्रयत्न
दोस्तो, यूँ ही नहीं मिलती मंजिल
सिर्फ एक पल सोचने से,
इंसान की कोशिशें भी कमाल करती हैं।
यूँ ही नहीं मिलती ऱब की मेहरबानी,
दऱ बदर इबादत करनी पड़ती है,
गर तू प्रयत्नों की झडी़ लगायेगा,
हारते-हारते भी तू जीत जायेगा।
यारो ये कोशिशें भी कुछ कमाल करती है,
एक साधारण इंसान को भी महान बना देती है,
ऐ दोस्त तू जज्बा अपना कायम रख़,
हौसलों की बरसात में भिगो के रख़।
ये तेरी कोशिशें एक दिन साकार होंगी,
देख लेना तुझे भी मंजिल मिल जायेगी,
ये कोशिशें ही हमें आशा प्रदान करती हैं,
छोटी-छोटी कोशिशें ही नये आयाम देती हैं।
सिर्फ हिम्मत और हौसला मत खोना,
कोशिश दऱ बद़र तू करते रहना।
यूँ ही नहीं रचते इतिहास पन्नों में,
इंसान की मेहनत ही कुछ रंग लाती है,
कोशिशें ही कुछ ऐसा कमाल कर जाती हैं।
