कोरोना की गली
कोरोना की गली
मैं चली- मैं चली देखो कोरोना की गली,
कोई बाहर नहीं है घर के अंदर ही रहना।
फिर भी घर के बाहर मैं चली मैं चली,
न-नना कि मेरी जां देखो जाना न वहाँ
कहीं कोरोना हो गया तो फिर ना कहना।
ल-ला-ला की ल-ल-ला
मैं नहीं डरती इस वायरस से
मास्क और ग्लव्स पहन कर चली मैं - चली कि
ल-ल-ला ल-ल-ला ला-ला-ला-ल-ल
इतने दिन तो हम घर के अंदर ही रहे
ज़रा खुली हवा में जरा उड़ने दे ना
कहीं कोरोना से तुम मर ही न जाना
अगर बात ऐसी तो जरा गले मिल लो,
फिर न जाने कब हम मिलें।
न-न-ना मेरी जां फिर तुम ऐसा न कहना
फिर तो दो गज ज़रा दूर ही रहना
मुझको ज़रा थोड़ा बाहर जाने दे ना
घर के अंदर मैं बोर हो गई ।
न-न-ना कि मेरी जां इम्यूनिटी बढ़ा
के जाना तभी तो तुम कोरोना से जंग जीत के आना।