कॉलेज लव
कॉलेज लव
कॉलेज की लंच ब्रेक में,
उसका और मेरा मिलना होता था,
व्हाट्सप्प की चैटिंग में,
कभी प्रैक्टिकल की आउटपुट की बातें,
और कभी हँसना और हँसना होता था,
लास्ट लेक्चर की बेल रिंग के बाद,
बस स्टॉप तक साथ वाक होता था,
फिर वही हुआ जो न होना था,
दोस्ती का रंग फीका और,
प्यार का रंग गहरा हो रहा था,
दिल की बात ज़ुबान पर लाने की,
कोशिश तो की थी उसने,
पर हाथ में मेरे रिंग देखकर,
वो चुप सा हो गया था,
कॉलेज अभी खत्म नहीं हुयी थी,
उसने सब कुछ भूलकर,
मुझसे फिर दोस्ती कर ली थी,
दोस्ती तो सिर्फ बहाना था,
मुझे पता हे उसको मेरा साथ कितना प्यारा था,
कॉलेज ख़त्म होने जा रहा था,
उसकी आँखों की नमी और,
उसके दिल का दर्द मुझे साफ़ दिखाई दे रहा था,
वो तारीख मुझे याद तो नहीं,
पर लास्ट एग्जाम का वो दिन था,
आज फिर हम साथ,
बस स्टॉप तक चल पड़े थे,
पर आज उसने मुझसे न नजरे मिलायी,
न वो कुछ बोल पा रहा था,
न जाने ज़िन्दगी के किसी मोड़ पर,
फिर अगर उससे मुलाकात होगी,
तो यही सोचती हूँ की उसके चेहरे पर,
मुझे देखकर बस एक प्यारी सी मुस्कान होगी।।