कॉलेज के दिन
कॉलेज के दिन
बेरंग हो गई है जिंदगी यारों के बिन,
याद आ रहे हैं वो कॉलेज के दिन,
वो केंटीन की बातें और बर्थ डे सेलेब्रेशन,
बोरींग लेक्चर और लास्य बैंच फन ।
रिजल्ट का नहीं था टेंशन, पास हो या फेल,
के.टी. लगे तो दोस्त बोलते थे ऑल इज वेल,
अलग ही दुनिया में चल रहा था खेल,
कहते थे डियर जिंदगी, जस्ट गो टू हैल ।
दोस्तों,
कहते हैं ज़िंदगी कभी खुशी कभी ग़म,
बिते दिनों की यादों में आंखें हो जाती है नम,
वो सुनहरे पल ना वो भूल पाये ना हम,
जी रहे है इसी उम्मीद में, कभी तो ये दूरिया होगी कम । ।
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