कनिका: नाम एक, अर्थ अनेक
कनिका: नाम एक, अर्थ अनेक
किसी ने तुझे स्वर्ण समझा
और सोने सा खरा भी पाया
किसी ने समझा कनक की फसल
और अन्न सा पूरा भी खाया
कसी ने तुझे धतूरा समझा
और इश्क़ सा नशीला भी पाया
किसी ने समझा छुहारा-खजूर
और खुरमे सा मीठा भी आज़माया
किसी ने तुझे छप्पय छंद समझा
रोला और उल्लाला सा मिश्रित भी देखा
किसी ने समझा शब्दों की मल्लिका
और अक्षर के साथ अर्थ भी परखा
किसी ने तुझे संगमरमर समझा
श्वेत फिसलाऊँ और मज़बूत सी काया
किसी ने समझा रत्न-नूर हीरा
ना आसानी से पिघले ऐसा सख़्त भी पाया
किसी ने अपनी इंद्रियों का भोग समझा
और हर तरह से तेरा भरण भी किया
किसी ने समझा तेज़ करारा पटाखा
और चिंगारी की आग से खुद को जलाया
किसी ने तुझे आज़ाद परिंदा समझा
बेख़ौफ़ बेबाक़ बाज़ सा निडर साया
किसी ने समझा ऊर्जा चेतना का अविरत नृत्य
और देखी बिजलियों सी कड़कती माया
किसी ने प्रेम-मोहित मगन मीरा समझा
और आँसुओं सा आर्द्र गीत भी सुना
किसी ने समझा मोह से परे बुद्ध-सूफ़ी
और आध्यात्मिक प्रबुद्ध सी जोगन भी जाना