कल युग में राम राज्य?
कल युग में राम राज्य?
राम एक त्रेता में हुआ,
जिसका डंका सारी दुनिया में,
मां-बाप का था आज्ञाकारी,
पिता की लाज के लिए,
राज-पाट छोड़ा,
बनवास चुना।
क्या आज ये संभव,
कर पाएगा कोई,
आज का राम,
इतना बलिदान,
छोड़ देगा सब सुख सुविधाएं,
पिता का कोल रखने को,
बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह,
तभी शायद वो महामानव कहलाया,
मर्यादा पुरुषोत्तम से दुनिया ने बुलाया।
उस जैसी मैत्री निभा पाएगा कोई,
एक शत्रु को हराया,
राज-पाट कर दिया,
मित्र के हवाले,
है कोई ऐसा इंसान,
जो निभा पाएगा,
ऐसा विधान।
प्रजा का था इतना ख्याल,
केबल एक धोबी के कहने पे,
किया पत्नी का त्याग,
ये सोच,
राजा का आचरण होना चाहिए,
किसी भी संदेह से उपर,
फिर नहीं रचाया,
दूसरा विवाह।
न जात-पात को माना,
जिसने भी प्यार दिखाया,
उसी का रखा मान।
शायद तभी उसका राज-पाट,
मानवता के लिए बना मिसाल,
आज भी लोग,
मात्र कल्पना करते,
राम राज्य का विचार करके।
