किताबों की दुनिया
किताबों की दुनिया
किताबें हैं हमारी सच्ची साथी
किताबों की दुनिया होती है निराली
किताबों ने ही दिए रविन्द्र और कलाम
किताबों से ही मनुष्य बनता है महान
किताबें न होती अगर जीवन में हमारे
तो मनुष्य रहता हर ज्ञान से अनजान
जीवन में हमें मिलता नहीं सम्मान
तकनीकी के युग में हम किताबों से हो गये दूर
पर किताबें चाहती हैं हम पढ़े उन्हें भरपूर
किताबों से अपना राब्ता बनाए रखें
इन्हें अपना सच्चा मित्र बनाएं रखें