क़िस्मत
क़िस्मत
कुछ कर गुजरने की चाह रखते हों तो,
मेहनत और जुनून बेशुमार होना चाहिए ।
क़िस्मत साथ दे या ना दे, मेहनत से उस
क़िस्मत बनाने वाले को मजबूर कर देना चाहिए ।
झुक जाएगी हर ख़्वाहिश कदमों में तुम्हारे
बस दिल में जोश और मन में विश्वास होना चाहिए।
क़िस्मत के भरोसे ज़ो बैठें
तो पाया हुआ भी हाथ से निकल जाएगा
कर-गुजरने की चाह रखो
तो ये संसार भी नतमस्तक हो जाएगा।