किस्मत की लकीरें
किस्मत की लकीरें
माना कि किस्मत की लकीरें अपना काम करती हैं
पर परिश्रम की मीनारें आनंद का इंतजाम करती हैं
संस्कार, व्यवहार अपने व्यक्तित्व में निखार लाते हैं
विवेक और चरित्र आदमी का जीवन संवार जाते हैं
अकेली मधुर वाणी से सबका दिल जीता जा सकता है
प्रेम रूपी अस्त्र से सबको अपना बनाया जा सकता है
निर्मल मन "मंदिर" है जिसमें भगवान का वास होता है
सज्जन व्यक्तियों का संग एकादशी का उपवास होता है
काम, क्रोध, मद, लोभ पर जिसने अंकुश लगा लिया
"निष्काम कर्म" करने वाले ने समझो "मोक्ष" पा लिया।