किसी शायर की शायरी बन जाऊं।
किसी शायर की शायरी बन जाऊं।
किसी शायर की शायरी बन जाऊं।
दिल का मिठा दर्द बन शब्दों में उतरूं।।
किसी कवि की कविता बन जाऊं।
खयालों में उसके बस मैं ही रहूँ।।
किसी की आंखों का नूर बन जाऊं।
सपना बन उसकी नजरों में दिखूं ।।
किसी की होंठों की हँसी बन जाऊं।
मुस्कान बन उसकी गालों पर सजूँ।।
किसी की मन की आरजू बन जाऊं।
जुनून बन उसके सर पर चढूं।।
किसी की दिल की धड़कन बन जाऊं।
धकधक बन सिर्फ खुद को ही सुनूँ।।
किसी की सांसों की जरूरत बन जाऊं।
बाहो में उसकी उम्रभर मैं खोयी रहूँ।।
किसी की बदन की खुशबू बन जाऊं।
फूल बनकर उसकी जिंदगी में महकूं।।
किसी की जीने की वजह बन जाऊं।
उसकी प्रार्थना में सिर्फ खुद को ही पाऊं।।
किसी का प्यार इश्क मोहब्बत बन जाऊं।
दिल का सौदा हँसते हँसते मैं भी हारूं।।