किसी से
किसी से
किसी से प्यार इतना ना कर ,
की उसकी बुराई नजर ना आए,
किसी से नफरत इतना ना कर ,
कि उसकी अच्छाई नजर ना आए, ।
किसी पर विश्वास इतना ना कर ,
की वह धोखा दे जाए ,
किसी पर अविश्वास न इतना कर ,
की उसका खुद से विश्वास उठ जाए,।
किसी से लगाव ना इतना रख ,
की उस से अलग ना हो सके,
किसी पर एहसान इतना ना कर,
की वह एहसान फरामोश हो जाए ,।