“खुशियों का चमन”
“खुशियों का चमन”


ना बांधो बेड़ियों में अब, मुझे उड़ना गगन में है !
सितारों से मिलन होगा ,मुझे रहना चमन में है!!
नहीं तुम टोकना मुझको ,नहीं प्रतिबंध तुम करना !
जहाँ तक हो मेरी बातें ,उसे लोगों को तुम कहना !!
मैं अपनी बात लोगों को ,कहूँगा प्यार से मिलकर !
करो तुम शांति की पूजा, भला होता नहीं लड़कर !!
सभी तो एक मानव हैं ,नहीं कुछ भिन्यता अपनी !
लड़ाई क्यों करें हम तो ,बनाएँ मित्रता अपनी !!
यही पैगाम लोगों को सुनना और बताना है !
रहें हम प्यार से मिलकर चमन खुशियों का लाना है !!
ना बांधो बेड़ियों में अब, मुझे उड़ना गगन में है !
सितारों से मिलन होगा ,मुझे रहना चमन में है!!