खुदा की इबादत।
खुदा की इबादत।
खुदा की इबादत करने हूं आया
झोली दुआओं से भर के हूं लाया।
तेरे रुहदारी में मिलती है जन्नत
मैं वफादारी से मरने हूं आया।
आंखों से बहते हैं अश्कों की धारा
मैं अपने जख्मों को दिखाने हूं आया।
जब अपनों ने ही कर दिया रुसवा
मैं तुझसे रिश्ते बनाने को आया।
खुदा की इबादत करने हूं आया ।