खुद को पहचानों
खुद को पहचानों
खुद को पहचानों
अपनी खुशबू,अपनी सुगंध,
अपनी महक को खुद पहचानों
किसी और की तरह बनने की
कोशिश ना करना
किसी और से अपनी कभी
तुलना ना करना
खुद को दूसरों से कम आंकने की
ग़लती ना कर बैठना कभी
हमे प्रेरणा लेनी है,
अफसोस नहीं करना
कि हाय हम अमिताभ बच्चन की
तरह एक्टिंग नहीं कर पाते
हाय हम तेंदुलकर की तरह
क्रिकेट नहीं खेल पाते
या रोडर फेडरर की तरह टेनिस
खेलने में माहिर क्यों नहीं हम
हम सभी में कुछ खास होता है
जो दूसरे में होता नहीं
तभी तो कहते हैं,
अपनी खुशबू खुद पहचानों
अपने गुणों पर ध्यान केंद्रित करो
अपने सामने ऊंचा लक्ष्य तुम रखो
ये मान के चलो ,
हम अपने बारे में जानते है जितना
हम उस से कहीं अधिक गुणी हैं
हममें गुणों का ज़ख़ीरा है
बस उसे खोज कर विकसित करो
ऐसे ही सफलता की सीढ़ी तुम चढ़ो