खेल न इसको मान
खेल न इसको मान
जीवन यह बहुमूल्य है, खेल न इसको मान
समझ समय को जो सका, उसका ही सम्मान।
उसका ही सम्मान, कभी खिलवाड़ न करिये
सत संगति में रहो, गलत कामों से डरिये।
सबका हित ही करें, यही है सच्ची सीखन
सत्य पंथ पर चलते ही बीते यह जीवन।
जीवन यह बहुमूल्य है, खेल न इसको मान
समझ समय को जो सका, उसका ही सम्मान।
उसका ही सम्मान, कभी खिलवाड़ न करिये
सत संगति में रहो, गलत कामों से डरिये।
सबका हित ही करें, यही है सच्ची सीखन
सत्य पंथ पर चलते ही बीते यह जीवन।