जय हिन्द
जय हिन्द
विस्मृत नहीं होता,
वो मासूम सा चेहरा,
सजल बड़ी आंखे,
वो भावशून्य चेहरा।
वीरों की बेटियों को,
रोना भी नहीं होता,
शहादत तो गर्व है,
क्या खूब कहता चेहरा।
मिट्टी से किए वादे,
मजबूत देश के इरादे,
आसुओं को रोके,
हृदय में सैलाबों का घेरा।
तिरंगे को लपेटे,
आहुति देता चेहरा,
अंतिम समय की बातें,
गर्व से विदाई देता चेहरा।
विस्मृत नहीं होता,
वो मासूम सा चेहरा,
सजल बड़ी आंखें,
वो भावशून्य चेहरा।
