जुस्तजू-किसान
जुस्तजू-किसान
जदीद खंजर बस खून मांगता है,
रहज़न किसानों से देशभक्त होने का सबूत मांगता है..
रश्क है उसे किसानों की रिफ़ाक़त से,
इसलिए देशभक्ति का सबूत मांगता है..
शर्म कर लो उसके आंसुओं पर हँसने वालों,
किसान बे-जारी में भी तुम्हारे लिए दुआ मांगता है..