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Shakshi Kumari

Inspirational

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Shakshi Kumari

Inspirational

जुनून मंजिल की

जुनून मंजिल की

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चल उठ बांध तू हौसले को , लंम्बी सी एक छलांग लगा ।   

जुनून है अगर मंजिल की तो , मेहनत कर बस बेपरवाह ।।


हिस्से में तेरे भी होंगे , नाम अलग सा , पहचान अलग सी ।  

पहले तु इस गुमनामी का , पहरा तु अपने जुनून से हटा ।।


माना कि है मुश्किल तेरी मंजिल, मगर तु भी अपने दिल हौसले की लौह जला ।              अंधेरे भरे मन में , जुनून का प्रकाश फैला ।।


कर मेहनत तु शान्त हो कर , अभी तो लोग हसेगा ही ।

मंजिल तो जरा मिल जाने दे , ये सब एक दिन जरूर झुकेगा ।।


बांध हौसले की पंख तु हर मंजिल को छू जाएगा ।    

जुनून है अगर तेरे अंदर तो , मंजिल भी तेरे लिए हाथ बढ़ाएगा ।‌



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