जिंदगी फिल्म नहीं होती
जिंदगी फिल्म नहीं होती
पाककला के साथ -साथ
तुम सीखना आत्मरक्षा के गुण
मेरी प्यारी बच्चियों
जिन्दगी फिल्म नहीं होती
कि आयेगा कोई हीरो और बचायेगा तुमको
तुम लम्बे ही रखना अपने नाखून
मेरी प्यारी बच्चियों
ताकि नौंच सको उन लोलुप नजरों को
जो हर गली - मौहल्ले में बैठी हैं घात लगा
तुम्हें बनाने अपना शिकार
नग्नता परोसती
आज की फिल्मी नायिकाओं को
मत बनाना अपना आदर्श
जिंदगी को समझना और सीखना
विश्व की सशक्त नारियों से
फूहड़ता फैलाती आज की फिल्मों को
तुम बिल्कुल मत देखना
तुम पढ़ना महिला सशक्तिकरण पर
लिखी गईं कवितायें
और बनना एक सशक्त स्त्री
ये दुनिया कमजोर स्त्री को डराती है
और सशक्त स्त्री से डरती है
सूरज की रोशनी को समेट लेना
तुम अपनी गहरी आंखों में
जिससे हर कोई डरे तुमसे मिलाने से नजरें
एक बात हमेशा गांठ बांध लेना
मेरी प्यारी बच्चियों
असल ज़िन्दगी का रंगमंच
अलग होता है फिल्मी रंगमंच से
तुम असल की नायिका बनना.....।